Saturday 2 September 2017

विलोम शब्द (Opposite Words)


100 महत्त्वपूर्ण शब्दों के विलोम शब्द 
(अर्थ सहित)


1
अथ (आरम्भ तथा मंगलसूचक शब्द।)
इति (अंत, समाप्ति।)
2
अग्रज (पहले जन्मा हुआ, बड़ा भाई।)
अनुज (पीछे जनमा हुआ, छोटा भाई।)
3
अग्र (अगला, पहला)
पश्च (बाद का, परवर्ती)
4
आगामी (आनेवाला, भविष्य में होनेवाला)
विगत (बीता हुआ (जैसेविगत दिन), निष्प्रभ (जैसेविगत यौवन))
5
अवनति (झुकाव, गिरावट)
उन्नति (ऊँचाई, बढ़ती)
6
अधम (नीच, बदमाश)
उत्तम (सबसे अच्छा, श्रेष्ठ, प्रधान, सबसे बड़ा)
7
अपयश (अपकीर्ति, बदनामी)
सुयश / यश (सुख्याति, सुकीर्ति)
8
अज्ञ (ज्ञानशून्य, मूर्ख)

विज्ञ (जाननेवाला,समझदार और पढ़ा लिखा (जैसे—विशेषज्ञ)

9
अल्पज्ञ (थोड़ा जाननेवाला, कम समझ)
बहुज्ञ (अनेक विषयों का ज्ञाता, बहुत जाननेवाला)
10 
अतिवृष्टि (अत्यधिक वर्षा)
अनावृष्टि (अवर्षण, सूखा)
11 
अर्वाचीन (आधुनिक, नया)
प्राचीन (पुराना, पूरब का)
12
आरोह (आरोहण, ऊँचे स्वर से उच्चारण)
अवरोह (उतार, अवनति, पतन)
13
आविर्भाव (प्रकट होना उत्पत्ति)
तिरोभाव (अदृश्य हो जाना, अदर्शन, गोपन, छिपाव, दुराव)
14
आयात
निर्यात
15
आगमन (आना, पहुँचना,प्राप्त होना, लाभ होना)
निर्गमन (निकासी, बाहर जाने का रास्ता)
16
आशीर्वाद
अभिशाप
17
इहलोक
परलोक
18
उग्र
सौम्य
19
उत्कृष्ट (श्रेष्ठता, उत्तम, उन्नत)
निकृष्ट( नीच, अधम (जैसेनिकृष्ट व्यक्ति, निकृष्ट विचार))
20
उऋण (कर्ज़ से मुक्त)
ऋणी (कर्ज़ लेनेवाला, कर्ज़दार, एहसानमंद, अनुगृहीत, कृतज्ञ)
21
उत्कर्ष (ऊपर खींचना, उन्नति)
अपकर्ष (अवनति, उतार, ह्रास)
22
उन्मीलन (खुलना (आँख का), खिलना)
निमीलन (पलक का गिरना, झपकना)
23
उन्मूलन (जड़ से उखाड़ देना)
स्थापन / रोपण (स्थापित करने का भाव)
24
उन्मुख (उत्सुक)
विमुख (विरत /प्रतिकूल)
25
उदार (दयालु)
अनुदार / कृपण (अदाता)
26 
ऊर्ध्वगामी (ऊपर की ओर जानेवाला)
अधोगामी (नीचे जानेवाला)
27 
ऋजु (ईमानदार और सच्चा)
वक्र / कुटिल (टेढ़ा)
28
एकांगी (एकपक्षीय)
सर्वांगीण (सभी अंगों में व्याप्त होनेवाला)
29
ऐहिक (सांसारिक, दुनियावी)
पारलौकिक (परलोक संबंधी, परलोक का)
30
कृश (दुबला-पतला)
स्थूल (मोटा)
31
कनिष्ठ (उम्र में सबसे छोटा)
वरिष्ठ / ज्येष्ठ (श्रेष्ठ, पूज्य)
32
कृतज्ञ (उपकार माननेवाला, एहसानमंद)
कृतघ्न (किए हुए उपकार को न माननेवाला)
33
गरिमा (महिमा, महत्त्व)
लघिमा (लघुत्व, छोटाई)
34
ग्राह्य (ग्रहण करने योग्य)
त्याज्य (छोड़ने योग्य)
35
गंभीर (गहरा)
वाचाल (वाक्पटु)
36
चिरन्तन (बहुत दिनों से चला आता रहनेवाला, पुरातन।)
नश्वर (नाश होनेवाला)
37
चिरायु (लंबी उम्रवाला, दीर्घायु)
अल्पायु (कम आयुवाला)
38
जंगम (जो चल सकता हो)
स्थावर (स्थिर)
39
जाग्रत (जागता हुआ)
सुप्त (सोया हुआ)
40
तृष्णा (प्यास)
तृप्ति / वितृष्णा (आवश्यकता पूरी होने पर मिलनेवाली मानसिक शांति)
41
तिमिर (अंधकार, अँधेरा)
प्रकाश (रोशनी )
42
तामसिक (तमोगुण संबंधी)
सात्विक (सत्त्वगुण संपन्न)
43 
दुष्कर (दुःसाध्य)
सरल / सुकर (सीधा (जैसे—सरल रेखा))
44
ध्वंस (विनाश)
निर्माण (बनाना, रचना )
45
धृष्ट (लज्जारहित)
विनीत (विनय से युक्त)
46
निष्काम (कामना एवं वासना से रहित, निर्लिप्त)
सकाम (कामनायुक्त)
47
निंदा (बुराई करना)
स्तुति / प्रशंसा (प्रशंसा)
48
निरामिष (मांसरहित)
सामिष (मांस से युक्त)
49
निषिद्ध (मांस से युक्त)
विहित (उचित, मुनासिब)
50
नैसर्गिक (प्राकृतिक।स्वाभाविक)
कृत्रिम (बनावटी ,नकली)
51
प्रवृत्ति (मन का झुकाव, आरंभ)
निवृत्ति (निवृत्त होना, वापस आना)
52
पूर्ववर्ती (पहले रहनेवाला, पहले होनेवाला)
परवर्ती (बाद के समय का, बाद में होनेवाला)
53
पाश्चात्य (पीछे का, पिछला)
पौर्वात्य (‘पाश्चात्यके अनुकरण पर बना हुआ अशुद्ध शब्द, देशुद्ध रूप पौरस्त्य)
54
परुष /कठोर (कठोर एवं कर्कश,उग्रतापूर्ण, तीव्र )
कोमल (मुलायम, नरम, सुकुमार, नाज़ुक)
55
बंजर (अनुपजाऊ, ऊसर)
उर्वर (उपजाऊ)
56
बर्बर (असभ्य एवं जंगली)
सभ्य (शिष्ट, सिविल, संस्कृत (जैसे—सभ्य जगत्)
)
57
महात्मा (पवित्र आत्मा)
दुरात्मा (दुष्ट प्रकृतिवाला, नीच)
58
ममता (अपनी समझना, अपनापन)
निष्ठुरता (निष्ठुर होने की अवस्था, कठोरता)
59
मित (नपा तुला, सीमित)
अपरिमित (बे-हद, बे-हिसाब, अगणित)
60
मिथ्या (असत्य, झूठा, बनावटी, कृत्रिम)
सत्य (सच, यथार्थ (जैसे—सत्य बोलना, सत्य वाणी, यथातथ्य)
61
मितव्यय (कम ख़र्च करनेवाला, मितव्ययी)
अपव्यय (अनुचित व्यय, फिज़ूलखर्ची)
62
मलिन (मैला, मलयुक्त)
निर्मल (साफ़, स्वच्छ, पवित्र)
63
योगी (आत्मज्ञानी, योग साधना करनेवाला व्यक्ति)
भोगी (भोगनेवाला)
64
यौवन (युवावस्था)
वार्धक्य (बुढ़ापा)
65
रति (रत होने का भाव)
विरति (उदासीनता, वैराग्य)
66
रचना (तैयार करना, बनाना)
ध्वंस (विनाश)
67
लोलुप (लालची, लोभी (जैसेधन लोलुप)), परम उत्सुक (जैसेविद्या लोलुप)
संतुष्ट
68
लाघव (लघु होने का भाव, लघुता)
गौरव (बड़प्पन, महत्त्व)
69
वैतनिक (वेतन संबंधी)
अवैतनिक (वेतन न पाने या लेनेवाला)
70
वेदना (कष्ट)
आनंद
71
वैभव (ऐश्वर्य, धनदौलत, सुखशांति)
दारिद्रय
72
विसर्जन (छोड़ना, परित्याग)
आवाहन (आह्नान, बुलाना, पुकारना)
73
व्यष्टि (समष्टि का सदस्य या व्यक्ति)
समष्टि (सामूहिकता)
74 
विवादास्पद
निर्विवाद (बिना विवाद का)
75
शांत (मौन, चुप)
क्षुब्ध (जो क्षोभ से भरा हो)
76
श्वास (साँस)
उच्छ्वास (ऊपर छोड़ी जाने वाली साँस)
77
श्लाघा (प्रशंसा , चापलूसी)
निंदा (बुराई करना)
78
सविकार
निर्विकार (अविकारी)
79
संकल्प (दृढ़ निश्चय)
विकल्प
80
सृजन (रचना, सर्जन)
विनाश /संहार (बर्बाद, नाश, ध्वंस )
81
स्निग्ध (स्नेह युक्त, प्रेममय)
रुक्ष (रूखा)
82
सधवा
विधवा
83
सूक्ष्म (बहुत बारीक)
स्थूल (मोटा)
84
सुकृत (अच्छे ढंग से किया गया)
दुष्कृत (दुष्कर्म)
85
संशय (शक़, अनिश्चय)
निश्चय (संकल्प करना)
86
सन्यासी (त्यागी और विरक्त व्यक्ति)
गृहस्थ
87
सुमति (अच्छी बुद्धिवाला)
कुमति (बुरी बुद्धिवाला)
88
स्तुति (प्रशंसा)
निंदा
89
संधि (मेल, संयोग)
विग्रह (विभाग, टुकड़ा)
90
साहसी
भीरु (डरा हुआ)
91
सुधा (अमृत, पियूष)
गरल (विष)
92
स्वजाति (अपनी जाति या वर्ग)
विजाति
93
संकोची (संकोच करनेवाला)
प्रगल्भ (चतुर, होशियार)
94
सत्याग्रह (सत्य हेतु किया गया हठ)
दुराग्रह (अनुचित ज़िद, हठ)
95
सुषुप्ति (सोए होने की अवस्था, प्रगाढ़ निद्रावस्था)
जागरण (जागने की क्रिया)
96 
हर्ष (प्रसन्नता, खुशी)
विषाद (दुःख, अवसाद, उदासी)
97 
क्षणिक (क्षण भर स्थिर रहनेवाला, क्षणभंगुर, अस्थायी)
शाश्वत (सदा रहनेवाला)
98
क्षुद्र (नीच, अधम)
विराट (अत्यंत विशाल )
99
क्षर
अक्षर (अविनाशी)
100
ज्ञेय (जो जानने योग्य हो)
अज्ञेय (जो जाना न जा सके)
                     
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