Friday 3 November 2017

Shabd - Pad - Padbhand | (शब्द , पद और पदबंध)

शब्द – एक से अधिक वर्णों के मेल से बने सार्थक वर्ण – समूह शब्द कहलाते हैं ; जैसे – सोहन , खीर , मीरा , खेलता , शतरंज इत्यादि | अत: कहा जाता है कि -



1. शब्द वर्णों के मेल से बनते हैं |

2. शब्द सार्थक वर्ण – समूह या अक्षर – समूह होते हैं |
3. शब्द स्वतन्त्र रूप में प्रयुक्त होते हैं | वर्णों का वही समूह शब्द कहलाता है , जिसका प्रयोग स्वतन्त्र रूप से होता है |


पद – जब कोई शब्द स्वतंत्र न रहकर व्याकरण के नियमों में बँध जाता है , तब वह शब्द ‘पद’ बन जाता है |

कारक , वचन ,लिंग ,पुरुष इत्यादि में बँधकर शब्द ‘पद’ बन जाता है |
इस प्रकार वाक्य में प्रयुक्त शब्द ही ‘पद’ है |
जैसे - सीता गाती है | ईश्वर रक्षा करे |

यहाँ ‘सीता’ , ‘ईश्वर’ आदि शब्द वाक्य में प्रयुक्त होकर ‘पद’ में परिवर्तित हो गए हैं |


शब्द व पद में अंतर



पदबंध – जब एक से अधिक पद सामूहिक रूप में किसी एक व्याकरणिक इकाई ,जैसे संज्ञा , सर्वनाम , विशेषण , क्रिया तथा क्रियाविशेषण की तरह काम करे तो उस बंधी हुई इकाई को पदबंध कहते हैं | अन्य शब्दों में कहा जा सकता है कि अनेक पदों के योग से बना हुआ एक वाक्यांश ,जो वाक्य में एक ही पद का काम करता है वह पदबंध कहलाता है |


जैसे – सामने वाले घर में रहने वाला लड़का परीक्षा में पास हो गया |
यहाँ ‘सामने वाले घर में रहने वाला लड़का’ पदबंध संज्ञा पद का काम कर रहा है | इसमें ‘लड़का’ शीर्ष पद है और ‘सामने वाले घर में रहने वाला’ आश्रित पद है |

पद और पदबंध में अंतर -

जब वाक्य में प्रयुक्त संज्ञा , सर्वनाम , क्रिया , विशेषण तथा क्रियाविशेषण का काम कोई अकेला शब्द करता है तो उसे पद कहते हैं | जब यही कार्य एक से अधिक पद मिलकर करते हैं तो वह पदबंध कहलाता है |

जैसे – राम गाता है |


यहाँ ‘राम’ संज्ञा है | एक ही शब्द होने के कारण यह पद है |

गीता का भाई राम गाता है |



यहाँ ‘गीता का भाई राम’ भी संज्ञा पद का कार्य करता है ,परन्तु यहाँ यह कार्य एक शब्द नहीं अपितु अनेक शब्द मिलकर करते हैं | अत: यह पदबंध है |


पदबंध के प्रकार - 

1. संज्ञा पदबंध – संज्ञा – पद की जगह प्रयुक्त होने वाला पदबंध ‘संज्ञा पदबंध’ कहलाता है | इसमें शीर्ष पद संज्ञा होता है तथा शेष पद उस पर आश्रित होते हैं ;

जैसे –
मेरे बचपन का साथी हर्ष इंजीनियर बन गया | 
आसमान में उड़ता हुआ गुब्बारा नीचे आ गया | 
विदेश में रहने वाला मोहन कल आएगा | 
सुदामा के स्वागत के लिए श्रीकृष्ण द्वार पर आए |

2. सर्वनाम पदबंध – सर्वनाम का काम करने वाला पदबंध ‘सर्वनाम पदबंध’ कहलाता है | इसमें पूरा वाक्यखण्ड किसी सर्वनाम शब्द से सम्बन्ध रखता है ;

जैसे –
शेर के समान दहाड़ने वाले तुम काँप क्यों रहे हो ?
बड़ो का सम्मान करने वाला मैं किसी का अपमान नहीं कर सकता |
यहाँ कोई न कोई आया है |
छात्रावास में रहने वाले कुछ छात्र सिगरेट पीते हैं |

3. विशेषण पदबंध – विशेषण की जगह प्रयुक्त होने वाला पदबंध ‘विशेषण पदबंध’ कहलाता है | इसमें शीर्ष पद पर विशेषण होता है तथा आश्रित पद पर प्रविशेषण प्रयुक्त होते हैं ;

जैसे – 
मुझे सचित्र और मोटी पुस्तक चाहिए | 
आप सचमुच बहुत दयावान हैं | 
उसकी दृष्टि में वह एक अद्भुत साहसी युवक था | 
मोनिका परिश्रमी और होशियार लड़की है | 

4. क्रिया पदबंध – क्रिया पद की जगह प्रयुक्त होने वाला पदबंध ‘क्रिया पदबंध’ कहलाता है | इनमें मुख्य क्रिया शीर्ष में होती है | अन्य पद उस पर आश्रित होते हैं |आश्रित पद मुख्य क्रिया के बाद आते हैं |

जैसे – 
मोहन किताब पढ़ रहा है |

मेरी माँ मुझे कहानियाँ सुनाया करती थी |
वह पत्र लिखा करती है |
रोहण दिल्ली चला गया |

5. क्रियाविशेषण पदबंध – क्रियाविशेषण पद की जगह प्रयुक्त होने वाला पदबंध ‘क्रियाविशेषण पदबंध’ कहलाता है | इसमें शीर्ष पद पर क्रियाविशेषण होता है तथा आश्रित पद पर प्रविशेषण प्रयुक्त होते हैं ;

जैसे –
उसने बच्चे को पीट -पीटकर मार दिया |
वह उसे सावधानी से निहार रहा था |
कल की अपेक्षा आज अधिक गर्मी है |
गीता ने अपने सभी कार्य जल्दी – जल्दी समाप्त कर लिए |

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