Tuesday 30 January 2018

विस्मयादिबोधक - अव्यय भाग - 4


जिस अव्यय शब्दों से हर्ष , शोक , क्रोध , भय , आश्चर्य , इत्यादि तीव्र मनोभाव व्यक्त होते हैं , उन्हें विस्मयादिबोधक कहते हैं |
जैसे – 
आह , वाह , काश , शाबाश इत्यादि |वाह ! क्या मौसम है |


विस्मयादि बोधक निम्नलिखित प्रकार के होते हैं –


१. हर्ष सूचक – इसमें हर्ष के भाव का बोध होता है, इसमें आहा , वाह , वाह – वाह , आदि अव्यय प्रयुक्त होते हैं |
जैसे – 
आहा ! कितना मीठा आम है |वाह – वाह ! तुमने तो कमाल कर दिया |


२. शोक सूचक - इससे शोक (दुःख ) के भाव का बोध होता है ; हाय , आह , ओह , काश आदि अव्ययों का प्रयोग होता है |
जैसे – 
हाय ! बेचारा घायल हो गया |ओह ! उसे बहुत दर्द हो रहा है |

३. आश्चर्य सूचक – इससे आश्चर्य के भाव का बोध होता है , इसमें ओहो , क्या , बाप रे , अरे इत्यादि अव्यय आते हैं |
जैसे – 
अरे ! आप कब आए |क्या ! वह पास हो गया |

४. प्रशंसा सूचक – इससे प्रशंसा के भाव का बोध होता है , इसमें शाबाश , खूब जैसे अव्यय आते है |
जैसे – 
शाबाश ! तुम कक्षा में प्रथम आए हो |खूब ! तुमने सुंदर चित्र बनाया |

५. घृणा सूचक - इससे घृणा के भाव का बोध होता है , इसमें छि: , धिक् , धत , धिक्कार आदि अव्यय आते हैं |
जैसे
छि:! कितनी बदबू है |

६. स्वीकार सूचक - इससे स्वीकार के भाव का बोध होता है ,
जैसे – 
हाँ ! आज मैं तुम्हारे घर आऊँगा |ठीक , जी , अच्छा आदि अव्ययों का भी स्वीकार के बोध हेतु प्रयोग होता है |

७. चेतावनी सूचक - इससे चेतावनी के भाव का बोध होता है ;
जैसे – 
सावधान ! आगे रास्ता ख़राब है |हटो ! सामने से कार आ रही है |

८. संबोधन सूचक – इससे कभी – कभी संबोधन भी व्यक्त होता है ;
जैसे – 
अरे ! उधर मत जाओ


ध्यान रखने योग्य बातें –
1. विस्मयादिबोधक शब्दों का प्रयोग सदैव वाक्यों के प्रारम्भ में किया जाता है |
2. विस्मयादिबोधक शब्दों के बाद विस्मयादिबोधक चिह्न ( ! ) का प्रयोग किया जाता है |
3. विस्मयादिबोधक शब्दों का वाक्य के अन्य शब्दों से कोई संबंध नहीं होता |
4. कभी – कभी संज्ञा , सर्वनाम , विशेषण और क्रिया आदि का प्रयोग भी विस्मयादिबोधक शब्दों के रूप में किया जाता है |
जैसे – 
राम – राम ! उसने बहुत बुरा किया ( संज्ञा )कौन ! तुम बाहर क्यों खड़े हो ? ( सर्वनाम )सुंदर ! तुमने कमाल कर दिया ( विशेषण )चुप ! बक – बक मत करो ( क्रिया )

______________________________________________________


Previous Post
Next Post
Related Posts

0 comments: