लड़का , लड़की , कुत्ता , घोड़ा , आप आदि | ( एक का बोध )
लड़के , लड़कियाँ , कुत्ते , घोड़े , आपलोग आदि (अनेक का बोध )
1. एकवचन
- शब्द
के जिस रूप से एक वस्तु का बोध
होता है, उसे
एकवचन कहते हैं ; जैसे –
नदी बह रही है |लड़का मैदान में खेल रहा है
2. बहुवचन
– शब्द के जिस रूप
से अनेक वस्तुओं का बोध होता
है , उसे
बहुवचन कहते हैं ; जैसे
–
नदियाँ बह रही हैं |लड़के मैदान में खेल रहे हैं |
संज्ञाओं के बहुवचन बनाने के नियम
1. पुल्लिंग
संज्ञा के ‘आकारांत’ को
‘एकारांत’ कर देने से बहुवचन
बनता है ; जैसे
-
बच्चा – बच्चे घोड़ा – घोड़े
कपड़ा – कपड़े कुरता – कुरते
आकारांत
पुल्लिंग संज्ञाओं को छोड़कर
अन्य स्वरों (अ
,इ ,ई
,उ,ऊ,ए,
ओ,औ)
से अंत होने
वाले शब्द दोनों वचनो में एक
ही रूप में रहते हैं और वचन की
पहचान वाक्य में प्रयुक्त
क्रिया से होती है ; जैसे
–
बालक पढ़ता है | - बालक पढ़ते हैं |
कवि कविता लिखता है | - कवि कविताएँ लिखते हैं |
नर, घर,
मुनि,
स्वामी,
कृपालु,
भालू आदि ऐसे
शब्द हैं | इनका
विभक्ति सहित बहुवचन रूप होगा
| जैसे
–
कवियों ने कविताएँ लिखी |
कुछ
ऐसी भी पुल्लिंग संज्ञाएँ
हैं जिनके रूप दोनों वचनों
में एक से रहते हैं ; जैसे
–
दादा , मामा , युवा , योद्धा , देवता आदि |
2. आकारांत
स्त्रीलिंग एकवचन संज्ञा
शब्दों के अंत में ‘एँ’ लगाने
से बहुवचन बनता है ; जैसे
–
कथा – कथाएँ लता – लताएँ
कामना – कामनाएँ अध्यापिका – अध्यापिकाएँ
3. अकारांत
स्त्रीलिंग शब्दों का बहुवचन
संज्ञा के अंतिम ‘अ’ को ‘एँ’
कर देने से बहुवचन बनता है ; जैसे
–
बात – बातें बहन – बहनें
रात – रातें सड़क – सड़के
4. इकारांत
या ईकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाओं
के अन्त्य ‘ई’ को ह्रस्व कर
अंतिम वर्ण के बाद ‘याँ’ जोड़ने से
बहुवचन बनता है ; जैसे
–
तिथि – तिथियाँ नारी – नारियाँ
लड़की – लडकियाँ कठिनाई - कठिनाइयाँ
5. संज्ञा
के पुल्लिंग या स्त्रीलिंग
रूपों में प्राय: ‘गण’,
‘वर्ग’,
‘जन’,
‘लोग’,
‘वृन्द’ लगाकर
बहुवचन
बनाया जाता है ; जैसे
–
पाठक – पाठकगण नारी – नारिवृन्द
अधिकारी – अधिकारी वर्ग आप – आप लोग
6. जिन
शब्दों का ‘कर्ता’ में एकवचन
और बहुवचन समान होता है उनके
साथ ‘विभक्ति चिह्न’ लगाने
से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे
–
बहू को – बहुओं को गाँव से – गाँवों से
7. प्राय:
आकारांत भाववाचक
संज्ञा के बहुवचन रूप नहीं
होते ; जैसे
–
दया, वेदना, घृणा, याचना, हिंसा, अहिंसा, दासता, आशा, निराशा आदि |
प्राय:
एक संख्या के
लिए एकवचन और अनेक संख्याओं
के लिए बहुवचन का प्रयोग होता
है कभी–कभी एक के लिए बहुवचन
और अनेक के लिए एकवचन का प्रयोग
होता है ; जैसे
–
एक के लिए बहुवचन का प्रयोग-
1. सम्मानसूचक
एक का बहुवचन में प्रयोग होता
है ; जैसे
-
प्रधानाचार्या जी छात्रों को संबोधित कर रही हैं |महात्मा गाँधी अहिंसा के पुजारी थे |पिताजी बाज़ार जा रहे हैं |अध्यापक कक्षा में पढ़ा रहे हैं |
2. अभिमान
या अधिकार प्रकट करने के लिए
संज्ञा , सर्वनाम
आदि का प्रयोग बहुवचन में होता
है ; जैसे
–
हम तुमसे पुस्तक लेकर रहेंगे |हम निशा से बात नहीं करना चाहते |
3. कभी
– कभी कुछ शब्दों के बहुवचन
रूप ही लोकव्यवहार में प्रयुक्त
होते हैं ; जैसे
–
‘तू’
एकवचन और
‘तुम’
बहुवचन है, एक
व्यक्ति के लिए ‘तुम’
शब्द का ही प्रयोग किया जाता
है | जैसे
–
तुम कहाँ जा रहे हो ?
अपवाद
स्वरूप ईश्वर के लिए तू
शब्द का प्रयोग किया जाता है
|
अनेक
के लिए एकवचन का प्रयोग -
जातिवाचक
संज्ञाएँ कभी – कभी एकवचन में
ही बहुवचन का बोध कराती हैं
; जैसे
–
एक किलो आलू , एक लाख रूपया आदि |
वचन संबंधी कुछ महत्त्वपूर्ण बातें -
१. प्रत्येक
तथा हर एक
का प्रयोग सदैव एकवचन में होता
है | जैसे
–
प्रत्येक छात्र पिकनिक पर जाएगा |हर एक व्यक्ति मेरा शत्रु बन गया है |
२. दूसरी भाषाओँ के शब्दों का
प्रयोग हिंदी व्याकरण के
अनुसार होना चाहिए;
जैसे-अंग्रेजी
का (फुट)
एकवचन (फीट)
बहुवचन है |
हिंदी में फुट
शब्द ही चलेगा | जैसे
–
सड़क बीस फीट चौड़ी है | ( अशुद्ध )
सड़क बीस फुट चौड़ी है | ( शुद्ध )
मेरे पास अनेक महत्त्वपूर्ण कागजात हैं | (अशुद्ध )
मेरे पास अनेक महत्त्वपूर्ण कागज हैं | (शुद्ध )
निदेशक ने कई स्कूल्स का निरीक्षण किया | (अशुद्ध )
निदेशक ने कई स्कूलों का निरीक्षण किया | (शुद्ध )
३.
भाववाचक तथा गुणवाचक संज्ञाओं
का प्रयोग एकवचन में होता है
;
जैसे
–
वह आपकी वाणी की मधुरता से प्रभावित है |
४.
द्रव्यवाचक संज्ञाओं का प्रयोग
एकवचन में होता है ; जैसे
–
राज परिवार के पास बहुत सोना है |
५.
प्राण , दर्शन
, आँसू ,
बाल , होश
, हस्ताक्षर,भाग्य
,ओंठ आदि
शब्दों का प्रयोग सदैव बहुवचन
में होता है | जैसे
–
मुझे ईश्वर के दर्शन हो गए |सीता जी की बात सुनकर राम के नेत्रों से आँसू बहने लगे |निधि के बाल लम्बे हैं |दो कदम चलते ही सीता जी के ओंठ सूख गए |
६.
जनता , सामान
, सामग्री
, सोना
आदि शब्दों का प्रयोग सदैव
एकवचन में होता है | जैसे
–
नेता जी को अब जनता जवाब देगी |पूजा की सामग्री आ गई है |
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