Thursday 8 March 2018

Kaal Aur Kaal Ke Bhed | काल और काल के भेद | भूतकाल , वर्तमान और भविष्यत काल के भेद


क्रिया के उस रूप को ‘काल’ कहते हैं , जिससे उसके करने या होने के समय तथा पूर्णता या अपूर्णता का ज्ञान होता है |

काल के भेद

  • भूतकाल (Past Tense) 
  • वर्तमान काल (Present Tense) 
  • भविष्यत काल (Future Tense)

1. भूतकाल – बीते समय में घटित क्रिया से भूतकाल का बोध होता है | जैसे –

  • वह लिखता था |
  • मोहन ने पढ़ा होगा |
  • मैंने देखा है |
  • वह लिख रहा था |

2. वर्तमान काल – वर्तमान समय में होने वाली क्रिया से वर्तमान काल का बोध होता है | जैसे -

  • मैं खाता हूँ |
  • गीता पढ़ रही है |
  • सूर्य पूरब में उदय होता है |
  • सीता खेल रही होगी |


3. भविष्यत काल – इससे भविष्य में किसी काम के होने का बोध होता है | जैसे –

  • तुम कल पढ़ोगे |
  • शायद वह कल आएगा |
  • वह आए तो मैं जाऊँ |
  • तुम पढ़ोगे, तो पास हो जाओगे |

भूतकाल के भेद – भूतकाल के छ: भेद होते हैं |


सामान्यभूत - क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय का निश्चित ज्ञान न हो, उसे सामान्यभूत कहते हैं ; जैसे – 


  • सोहन गया |
  • राम ने खाना खाया |
  • सीता आई |
  • गीता ने पत्र लिखा |

२. पूर्ण भूत – क्रिया के जिस रूप से बीते समय में कार्य की समाप्ति का पूर्ण बोध होता है, उसे पूर्ण भूत कहते हैं ; जैसे –

  • मैं खाना खा चुका था |
  • उसने राकेश को मारा था |
  • मैंने उसे अपनी पुस्तक दी थी |
  • वह विद्यालय गया था |

अपूर्ण भूत – क्रिया के जिस रूप से यह जाना जाए कि क्रिया भूतकाल में हो रही थी, लेकिन उसकी समाप्ति का पता न चले , उसे ‘अपूर्णभूत’ कहते हैं ; जैसे –

  • भक्तों द्वारा पूजा की जा रही थी | 
  • विद्या अपने गाँव जा रही थी |
  • गौरी खीर खा रही थी |
  • नम्रता पत्र लिख रही थी |

४. आसन्न भूत – क्रिया के जिस रूप से क्रिया के व्यापार का समय आसन्न (निकट) ही समाप्त समझा जाए , उसे आसन्न भूत कहते हैं ; जैसे –

  • अंकुर बिहार से लौटा है |
  • मैं खाना खा चुका हूँ |
  • मेरा मित्र मेरे घर आया है |
  • किसान ने खेत में हल चला लिया है |


 संदिग्ध भूत - क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय में कार्य के पूर्ण होने या न होने में संदेह होता है , उसे संदिग्धभूत कहते हैं ; जैसे – 

  • श्याम ने खाना खाया होगा |
  • कलाकार ने अभिनय किया होगा |
  • गायक ने गाना गाया होगा |

६. हेतुहेतुमद्भूत - क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि क्रिया भूतकाल में होने वाली थी परन्तु किसी कारणवश नहीं हो सकी, उसे हेतुहेतुमद्भूत कहते हैं ; जैसे – 

  • यदि मोहन पढ़ाई करता तो परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाता |
  • यदि मैं समय पर स्टेशन पर पहुँचता तो गाड़ी में चढ़ जाता |
  • राधा आती तो मैं चला जाता | निधि मेहनत करती तो सफल हो जाती |



वर्तमान काल के भेद वर्तमान काल के तीन भेद हैं |


१. सामान्य वर्तमान – क्रिया का वह रूप जिससे वर्तमान काल में क्रिया का होना पाया जाए, सामान्य वर्तमान कहलाता है ; जैसे –

  • वह लड़का पढ़ता है |
  • वह सुबह – शाम दूध पीता है |


२. अपूर्ण वर्तमान – क्रिया के जिस रूप से वर्तमान काल में क्रिया की अपूर्णता का बोध होता हो, उसे अपूर्ण वर्तमान कहते हैं ; जैसे –

  • माँ भोजन बना रही है |
  • किसान खेत में हल चला रहा है |
  • डॉक्टर मरीज को देख रहा है |
  • चित्रकार चित्र बना रहा है |

३. संदिग्ध वर्तमान – क्रिया का वह रूप जिससे वर्तमान काल में क्रिया के होने में संदेह पाया जाए ,उसे संदिग्ध वर्तमान कहते हैं ; जैसे –

  • बच्चा रो रहा होगा | 
  • निति स्कूल जाती होगी |

भविष्यत् काल के भेद – भविष्यत् काल के तीन भेद हैं |


१. सामान्य भविष्यत् – क्रिया के जिस रूप से भविष्य में होने वाले कार्य के विषय में जानकारी हो अथवा यह व्यक्त हो कि क्रिया सामान्यत: भविष्य में होगी, उसे सामान्य भविष्यत् कहते हैं ; जैसे –

  • खिलौना नहीं मिलने पर बच्चा रोएगा |
  • अविरल कल कोलकाता जाएगा |

२. संभाव्य भविष्यत् काल – आने वाले समय में किसी क्रिया के होने की संभावना होने पर संभाव्य भविष्यत् काल होता है ; जैसे –

  • शायद वर्षा होगी |
  • शायद प्रधानमंत्री राजस्थान आएँगे |

३. हेतु हेतुमद् भविष्यत् काल – आने वाले समय में जब कोई एक क्रिया दूसरी पर निर्भर होकर संपन्न होगी तो उसे हेतु हेतुमद् भविष्यत् काल कहते हैं ; जैसे – 

  • यदि बच्चा रोएगा तो माँ उसे संभाल लेगी |
  • यदि तुम मेहनत करोगे तो सफलता प्राप्त करोगे |

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