जैसे – मैं , तुम , वह , आप , कौन , कुछ , क्या आदि |
1. संज्ञा के बार – बार प्रयोग से वाक्य का सौन्दर्य नष्ट होता है ,सर्वनाम का प्रयोग कर इस दोष से बचा जा सकता है ;
सर्वनाम सारणी
सर्वनाम के प्रयोग की आवश्यकता –
1. संज्ञा के बार – बार प्रयोग से वाक्य का सौन्दर्य नष्ट होता है ,सर्वनाम का प्रयोग कर इस दोष से बचा जा सकता है ;
जैसे – मोहन एक लड़का है | मोहन नागपुर में रहता है | मोहन के दो भाई बहन हैं | मोहन पढ़ना चाहता है | अत: यहाँ मोहन के स्थान पर ‘वह’ का प्रयोग करेंगे तो वह सर्वनाम होगा, इस तरह वाक्य सुंदर लगेगा |
2. सर्वनाम का प्रयोग कर हम आदर एवं अनादर के भाव की अभिव्यक्ति करते हैं | ‘आप’ आदरसूचक है , ‘तू’ अनादर का द्योतक है |
3. सर्वनाम आश्रित वाक्यों को प्रधान वाक्यों से जोड़ने का काम भी करता है |
जैसे – वह पढ़ता है , सो उत्तीर्ण होता है |
सर्वनाम के भेद-
पुरुषवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, संबंधवाचक, प्रश्नवाचक, निजवाचक
1. पुरुषवाचक सर्वनाम - बच्चों ! आज मैं तुम्हें भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू के विषय में बताऊँगी | वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे |
यहाँ ‘मैं’ , ‘तुम्हें’ तथा ‘वे’ सर्वनाम शब्द हैं | यहाँ ‘मैं’ वक्ता के रूप में , ‘तुम्हें’ श्रोता के रूप में और ‘वे’ अन्य व्यक्ति के रूप में प्रयुक्त हुआ है | ये सभी पुरुषवाचक सर्वनाम हैं | इसी आधार पर पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं |
१. उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम – मैं , हम ( वक्ता )
२. मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम - तुम , आप (श्रोता )
३. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम - वे , वह ( अन्य )
सर्वनाम सारणी
कर्ता | कर्म | सम्बन्ध | |
उत्तम पुरुष |
मैं , मैंने
हम , हमने
|
मुझे , मुझको हमें , हमको |
मेरा हमारा |
मध्यम पुरुष |
तू , तूने
तुम , तुमने
आप , आपने
|
तुझे , तुझको
तुम्हें , तुमको
आपको
|
तेरा तुम्हारा आपका |
अन्य पुरुष | वह , उसने वे , उन्होंने | उसे , उसको उन्हें , उनको | उसका उनका |
2. निश्चयवाचक सर्वनाम – वे सर्वनाम शब्द जो किसी व्यक्ति , वस्तु या घटना का निश्चित रूप से बोध करवाते हैं , उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं ; जैसे -
वह मेरा घर है |
यह लाना जरा |
यह लाना जरा |
कारक / विभक्ति चिह्न | यह – एकवचन | ये – बहुवचन | वह – एकवचन | वे – बहुवचन |
कर्ता ‘ने’ | यह , इसने | ये , इन्होंने | वह , उसने | वे , उन्होंने |
कर्म ‘को’ | इसे , इसको | इन्हें , इनको | उसे , उसको | उन्हें , उनको |
करण ‘से’
‘के द्वारा’
|
इससे , इसके द्वारा | इनसे , इनके द्वारा | उससे , उसके द्वारा | उनसे ,उनके द्वारा |
संप्रदान ‘के लिए’ | इसके लिए | इनके लिए | उसके लिए | उनके द्वारा |
अपादान ‘से’ | इससे | इनसे | उससे | उनसे |
सम्बन्ध ‘का के की’ | इसका , इसकी ,इसके |
इनका , इनकी ,
इनके
|
उसका , उसकी , उसके | उनका , उनकी ,उनके |
अधिकरण ‘में , पर’ | इसमें , इस पर | इनमें , इन पर | उसमें , उस पर | उनमें , उन पर |
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम – जिन सर्वनाम शब्दों से किसी व्यक्ति , वस्तु या घटना का निश्चित रूप से बोध नहीं होता , उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं ; जैसे –
कोई तुम्हें बुला रहा है |
बात में कुछ तो दम है |
कारक / विभक्ति चिह्न | यह – एकवचन | ये – बहुवचन |
कर्ता ‘ने’ | कोई , किसी ने | कोई , किन्होंने |
कर्म ‘को’ | किसी को | किन्हीं को |
करण ‘से’
‘के द्वारा’
|
किसी से , किसी के द्वारा | किन्हीं के द्वारा |
संप्रदान ‘के लिए’ | किसी के लिए | किन्हीं के लिए |
अपादान ‘से’ | किसी से | किन्हीं से |
सम्बन्ध ‘का के की’ | किसी का , किसी के , किसी की | किन्हीं का , किन्हीं के किन्हीं की |
अधिकरण ‘में , पर’ | किसी में , किसी पर | किन्हीं पर |
4. प्रश्नवाचक सर्वनाम – वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है , उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं | जैसे –
क्या बात हो गई ?
तुम्हारा नाम क्या है ?
कारक / विभक्ति चिह्न | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता ‘ने’ | कौन , किसने | कौन , किन्होंने |
कर्म ‘को’ | किसे , किसको | किन्हें , किनको |
करण ‘से’ ‘के द्वारा’ | किससे , किसके द्वारा | किनसे ,किनके द्वारा |
संप्रदान ‘के लिए’ | किसके लिए | किनके लिए |
अपादान ‘से’ | किससे | किनसे |
सम्बन्ध ‘का के की’ | किसका , किसके , किसकी | किनका , किनके, किनकी |
अधिकरण ‘में , पर’ | किसमें , किसपर | किनपर , किनमें |
5. सम्बन्धवाचक सर्वनाम – कुछ सर्वनाम प्रधान उपवाक्य के संज्ञा तथा सर्वनाम का संबंध आश्रित उपवाक्यों के साथ जोड़ते हैं , उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं ; जैसे –
जो करेगा , सो भरेगा |
जैसी करनी , वैसी भरनी |
कारक / विभक्ति चिह्न | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता ‘ने’ | जो , जिसने | जो , जिन्होंने |
कर्म ‘को’ | जिसे , जिसको | जिन्हें , जिनको |
करण ‘से’ ‘के द्वारा’ | जिससे , जिसके द्वारा | जिनसे ,जिनके द्वारा |
संप्रदान ‘के लिए’ | जिसके लिए | जिनके लिए |
अपादान ‘से’ | जिससे | जिनसे |
सम्बन्ध ‘का के की’ | जिसका , जिसके , जिसकी | जिनका , जिनके, जिनकी |
अधिकरण ‘में , पर’ | जिसमें , जिसपर | जिनपर , जिनमें |
6. निजवाचक सर्वनाम – जिन सर्वनामों का प्रयोग खुद या स्वयं के लिए किया जाता है ,उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं ; जैसे –
मैंने स्वयं ही कार्य पूरा कर लिया |स्वावलंबी लोग अपने – आप पर भरोसा रखते हैं |तुम्हें सारे प्रश्न खुद ही हल करने होंगे |
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