Saturday 23 June 2018

Sufi Kavya Dhara | Sufi Kavya Dhara ke Pratham kavi [ सूफी काव्य धारा का सर्वप्रथम कवि ]

Sufi Kavya Dhara ke Pratham kavi


सूफी काव्य धारा का सर्वप्रथम कवि


कुतुबन – आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार
ईश्वरदास – हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार
असाइत – डॉ नगेन्द्र
मुल्ला दाउद – डॉ राम कुमार वर्मा

‘चंदायन’ के रचनाकार ‘मुल्ला दाउद’ को ही प्रथम सूफी कवि के रूप में स्वीकार किया जाता है |

सूफी मत के सम्प्रदाय
1 चिश्ती सम्प्रदाय - ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती ( 12वीं शताब्दी )

2 सुहरावर्दी सम्प्रदाय - जलालुद्दीन सुर्खपोश ( 13वीं शताब्दी )
3 कादरी सम्प्रदाय - अब्दुल कादिर जीलानी ( 15वीं शताब्दी )
4 नक्शबंदी सम्प्रदाय - ख्वाजा अलाद्दीन नक्शबंद ( 16वीं शताब्दी )

प्रमुख सूफी कवि एवं उनकी रचनाएँ -

क्र स. रचना रचयिता रचना वर्षनायक नायिकाभाषा
1हंसावली असाइत 1370 ई.राजकुमार राजकुमारी हंसावली राजस्थानी हिंदी
2 चंदायन मुल्ला दाउद 1379 ई.लोर चंदाअवधी
3 सत्यवती कथा ईश्वरदास 1501 ई.ऋतु पर्णसत्यवती अवधी
4 मृगावती कुतुबन 1503 ईराजकुमार मृगावती अवधी
5 पद्मावती जायसी 1540 ई.रत्नसेन पद्मावती अवधी
6 मधुमालतीमंझन 1545 ई.मनोहर मधुमालती अवधी
7
 
ढोला मारू रा दोहा कुशल लाभ1473 ई.ढोला मारबड़ी राजस्थानी
8 रूप मंजरी नंददास 1568 ई. कृष्ण रूप मंजरी ब्रजभाषा
9 माधवानल कामकंदला आलम 1584 ई.माधव कामकंदला अवधी
10 चित्रावली उसमान 1613 ई.सुजान चित्रावली अवधी
11 रसरतन पुहकर 1618 ई.सोम रंभा अवधी
12 हंसजवाहिर कासिमशाह राज हंसरानी जवाहिरअवधी
13 इंद्रावती नूर मुहम्मद1744 ई. राजकुंवर इंद्रावती अवधी


विशेष तथ्य -

1 सूफीमत में ‘राबिया’ नामक एक कवयित्री भी हुई हैं |


2 सूफी मत के अनुसार ईश्वर एक है , और उसे ‘हक’ कहा जाता है | इंसान को ‘हक’ तक पहुँचने के लिए चार अवस्थाएँ पार करनी पड़ती हैं – 
1 शरीयत
2 तरीकत
3 हकीकत
4 मारीफत 

3 अद्वैतवादियों की तरह सूफी साधक भी इंसान और हक (ईश्वर ) में अंतर नहीं मानते हैं |

4 ‘हकीकत’ अवस्था में वह अनहलक ( अहं ब्रह्मास्मि ) का अनुभव करने लग जाता है | 


YouTube



Previous Post
Next Post
Related Posts

2 comments: